रायगढ़। छग के पांचवें विधानसभा चुनाव के लिए अभी तारीख का ऐलान होने में देर है लेकिन चुनावी बिसात बिछने से पहले सियासी चेहरों ने मोहरों की चाल सोचनी शुरू कर दी है। रायगढ़ जिले की चार विधानसभा सीट्स में से सबसे रोचक चुनाव इस मर्तबा रायगढ़ सीट पर होना तय है और यहां से कांग्रेस की टिकट को लेकर दो मर्तबा डीडीसी मेंबर रहे वासुदेव यादव की स्वाभाविक दावेदारी अब सामने आ चुकी है।
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2003 से लेकर 2018 के चार चुनावों में समीकरणों का तिलिस्म लिए रायगढ़ विधानसभा सीट में 2023 का चुनावी वक्त नया घमासान मचाने को तैयार है। रायगढ़ सीट से वर्तमान सीटिंग एमएलए प्रकाश नायक की फिर से दावेदारी बतौर विधायक बनती तो है लेकिन कांग्रेस के दीगर दिग्गज चेहरों ने भी अब शहर की सियासी फिजा में अपने लिए गुंजाईश तलाशनी शुरू कर दी।
शहर में अपने जन्मदिन के बहाने पूर्व जिला पंचायत सदस्य के लगे बधाई के पोस्टर्स उनकी स्वाभाविक दावेदारी किए जाने की अनकही बिसात बिछा चुके हैं। यह इसलिए भी समझा और माना जा रहा है क्योंकि अब तक ग्रामीण क्षेत्र से दिग्गज कांग्रेस नेता माने जाने वाले वासुदेव यादव की चुनावी साल में शहर में खनक, सियासत का पारा जरूर बढ़ा चुकी है। पुसौर क्षेत्र से दो मर्तबा जिला पंचायत सदस्य रह चुके वासुदेव यादव को पिछली मर्तबा तीसरे चुनावी रणभेरी में शिकस्त का मुंह देखना पड़ गया था। उनकी पराजय जरूर हुई थी लेकिन हार जिससे हुई वह दिलचस्प थी, वह और कोई नहीं वर्तमान रायगढ़ विधायक प्रकाश नायक की ही परंपरागत सीट से उनके लघु भ्राता कैलाश नायक से हुए घमासान पूर्ण मुकाबले में हुई थी।
पिछली मर्तबा नए क्षेत्र से चुनाव लड़ने वाले वासुदेव यादव की हार में भी जीत हुई थी, ऐसा माना जाता है। ग्रामीण क्षेत्र में वासुदेव का चेहरा अनभिज्ञ नहीं है मगर शहरी इलाके में सियासी कबूलियत भी तो जरूरी है, शायद यही कारण है कि शहर में उनके जन्मदिन के लिए लगे पोस्टर्स उनकी स्वाभाविक दावेदारी को आगे बढ़ा रहे हैं। जो भी हो, यह तो कांग्रेस से अभी केवल पहला चेहरा सामने आया है लेकिन वर्तमान विधायक प्रकाश नायक के लिए दुबारा टिकट की आस उतनी आसां भी नहीं रहने वाली क्योंकि रायगढ़ की सियासत की तासीर की कुछ जुदा है।